भारत की आठ सबसे डरावनी जगह | Top Eight Horror Palaces In India

हेलो दोस्तों आज में आपको बताने जा रहा हुँ भारत की आठ डरावनी जगहों के बारे में जहाँ जाने से लोग डरते हैं |

कहा जाता है कि इन जगहों पर रूहों का साया है वैसे तो आप लोग भूत पिशाच में यकीन नहीं करते होंगे पर इन 

जगहों के बारे वहाँ के रहने वाले लोग बताते हैं कि यहाँ रूहों का साया है  | आइये विस्तार से जानते है वह आठ 

कौन सी जगह है | 

1. डुमस बीच | Dumas Beach 

गुजरात में स्तिथ है डुमस यह बीच हमेशा चर्चा में रहता है | यहाँ पर रहने वाले लोग बताते हैं कि यहाँ रूहों का 

बसेरा है और अगर आप वहाँ श्याम होने के बाद जाते हैं तो आपको चिकने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं 

यहाँ के लोगों का मानना है कि सदियों पहले यहाँ भूत प्रेतों ने अपनी जगह बना ली थी इसलिए यहां कि रेत सफ़ेद 

नहीं काली है|  


डुमस बीच स्टोरी:-

इस बीच के पास ही मुर्दा घर है जहाँ लोगों के देह का अंतिम संस्कार होता है लोगों का मानना है रात होते ही यहाँ  

किसी के रोने की आवाज आती हैं वहाँ रहने वाले व्यक्ति ने बताया कि एक बार वह बीच पर गया रात के समय वह 

वहाँ रुक गया और उसे वहाँ किसी के रोने की आवाज़ें सुनाई दी इसके बाद वह व्यक्ति दोबारा वहाँ नहीं गया | 

यह बीच सूरत से 21 किलोमीटर कि दुरी पर है | 

2. मुकेश मिल्स | Mukesh Mills

मुकेश मिल्स मुंबई में स्तिथ है यह भी भूतिया जगहों में गिना जाता है | मुकेश मिल्स 1852 में बना था | मुकेश मिल्स 

में सूत के कपड़े बनते थे और इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट भी होते थे उसके बाद यहाँ कई फिल्मो और नाटकों की 

शूटिंग भी कि गई | आइये विस्तार से जानते हैं कि यह भूतिया जगह कैसे बना | 


मुकेश मिल्स की कहानी | Mukesh mills horror Story   

यह बात साल 1917 की है एक शॉर्टसर्किट की वजह से भयंकर आग लगी जिसमे वहाँ काम करने वाले  सारे 

मजदूर जल कर मर गए और मिल्स का भी काफी भाग जल चुका था पर इसके दो साल बाद मिल्स को 1919 में 

दोबारा शुरू कर दिया गया लेकिन उसके कुछ साल बाद यहाँ फिर से रहस्यमयी तरीके से फिर से आग लग गयी 

इस बार भी आग बहुत भयंकर थी जिसकी वजह से काफी मजदूरों की मौत हो गयी वहाँ काम करने वाले मजदूरों 

का कहना था कि यह आग पहले मरे हुए मजदूरों द्वारा लगाई गयी है | इसके बाद मिल्स को बंद कर दिया गया | 


क्यों डरता है बॉलीवुड | Why Bollywood is afraid

मिल्स के बंद होने के बाद यहां बॉलीवुड फिल्मो और नाटकों की शूटिंग हुई पर साल 2015 में जब यहां फिल्म 

बदलापुर की शूटिंग हो रही थी तब एक अजीब घटना हुई फिल्म के अभिनेता वरुण धवन और अभिनेत्री यामी 

गौतम को आसपास कुछ अद्रश्य शक्ति होने का आवास होता था कुछ दिनों बाद उन्ही के ग्रुप की एक लड़की 

कुछ अजीब हरकतें करने लगी वह मर्दाना आवाज में बोलने लगी चले जाओ यहां से यह जगह हमारी है इसके बाद 

उसे आस्पताल में भर्ती कराया उसके कुछ दिन बाद ही उसकी मौत हो गइ | उसके बाद वहां कोई शूटिंग भी नहीं 

करता अब सिर्फ वह मिल्स एक खंडर है | 

3. भानगढ़ किला | Bhangarh Fort 

राजस्थान के जयपुर जिले से 80 किलोमीटर की दुरी पर है अलवर जिला जिस में स्तिथ है भानगढ़ का किला यह 

किला  भी भारत की भूतिया जगहों में आता है | किले के अंदर कई मंदिर भी मौजूद है | इस किले की देख रेख 

भारत सरकार द्वारा की जाती है सूर्यास्त के बाद यहां किसी भी पर्यटक को रुकने की अनुमति नहीं है | साल 1573 

में अमेर के राजा भगवंत दास ने किले का निर्माण करवाया था | भानगढ़ की कहानी रहसयमयी और रोचक है | 


 भानगढ़ किले कि रहसयमयी कहानी-:

भानगढ़ का किला एक श्राप के कारण बना भूतिया किला | भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती बेहद खूबसूरत थी |

उनकी खूबसूरती की चर्चा सारे राज्य में थी | जिसके कारण अलग अलग राज्य से उनके विवाह के प्रस्ताव आ रहे 

थे | उसी दौरान वह अपनी सखियों के साथ किले से बाहर निकली बाजार में वह एक इत्र की दुकान पर रुकी वह 

इत्र को हाथ पर निकालकर उसकी महक सूंघने लगी वहीं पास में खड़ा एक व्यक्ति जिसका नाम सिंधु सेवड़ा था 

वह राजकुमारी को देख उनकी खूबसूरती को देख मोहित हो गया वह व्यक्ति काले जादू में माहिर था | वह व्यक्ति 

राजकुमारी को हासिल करने की सोचने लगा जिस दुकान से राजकुमरी के लिए इत्र जाता वह उस इत्र की शीशी 

पर काला जादू करने लगा एक दिन राजकुमारी को यह बात पता चल गयी और उन्होंने इत्र की शीशी को पत्थर में
 
दे मारा काला जादू होने के कारण वह पत्थर उसी व्यक्ति के पीछे चल दिया और उसे कुचल डाला मरने से पहले 

उसने श्राप दिया कि इस महल के सारे लोग मर जाएंगे और उनको दोबारा जन्म नहीं मिलेगा उनकी आत्मा किले में 

भटकती रहेगी | यही कारण है कि श्याम होने के बाद किले में कोई नहीं जाता | 

  4. कुलधारा गाँव | Kuldhara Gaaon 

ऐसा गाँव जो रात ही रात में गायब हो गया कहाँ गया किसी को भी नहीं पता यह गाँव राजस्थान के जैसलमेर जिले
 
में स्तिथ है | बताया जाता है कि यह गाँव 170 साल से वीराना पड़ा है कुलधारा गाँव में सिर्फ पर्यटक घूमने और 

इसको देखने के लिए ही आते हैं पर श्याम के अँधेरे के बाद यहां कोई भी नहीं रुकता | आइये जानते हैं की क्या हे 

इसके वीराना होने का राज | 


कुलधारा गाँव का रहस्य:-

कुलधारा गाँव के वीरान होने के अजीबों गरीब रहस्य हैं | कहा जाता है कि आस पास के 84 गाँव पालीवाल ब्राह्मणों 

से आबाद हुआ करते थे फिर जैसे कुलधारा को नज़र लग गयी गाँव का एक व्यक्ति दीवान सालम सिंह जिसकी 

नज़र गाँव की एक सुन्दर लड़की पर पड़ गई लड़की को पाने की चाहत में पागल हो गया उसने गाँव के ब्राह्मणों पर
 
दवाव  बनाना शुरू कर दिया वह व्यक्ति सत्ता के नशे में चूर था उसने सन्देश भिजवाया की अगली पूर्णमासी तक 

लड़की उसे नही मिली तो वह गाँव पर हमला कर देगा और लड़की उठाकर ले जायेगा | गाँव के चौपाल पर 

पालीवाल ब्राह्मणों की बैठक हुई 5000 से ज्यादा परिवार ने अपने आत्मसम्मान के लिए गाँव छोड़ने का निर्णय लिया 

पंचायत का निर्णय था लड़की उस व्यक्ति को नहीं देंगे रात में ही गाँव खाली हो गया और ऐसा खाली हुआ कि आज 

वहां परिंदा भी नहीं दिखाई देता कहा जाता है कि ब्राह्मण गाँव छोड़ते वक़्त श्राप देकर गए थे | वहाँ के 82 गाँव 

दोबारा बन गए लेकिन कुलधारा और खाम्बा दोनों गाँव आज भी आबाद नहीं हुए हैं | यहाँ जो पर्यटक आते हैं वो 

बताते हैं कि यहाँ रात के समय किसी की आहट होती है और चूड़ियों की आवाजें सुनाई देती हैं | 


5. जीपी ब्लॉक | Jipi Block 

भारत की डरावनी जगहों में मेरठ का जीपी ब्लॉक का बांग्ला भी स्तिथ है कहते है कि इस बंगले के पास से कोई 

निकल कर नहीं जाता है कहा जाता है कि बंगले में जिस व्यक्ति की आत्मा रहती है वह दूध और अंडे मांगती है 

जिसके चलते अगर यहाँ से व्यक्ति निकलता है तो वह अपने साथ दूध और अंडे लेकर नहीं जाता | आखिर क्या है 

इसका रहस्य आइये जानते हैं | 


  जीपी ब्लॉक का रहस्य:-

यहाँ रहने वाले लोग बताते हैं कि एक डिसूज़ा नाम का दरोगा जी पी ब्लॉक से गुजर रहा था जिसकी एक्सीडेंट में  

मौत हो गयी उस समय जो चौकीदार बंगले की उसे वहाँ उसकी आत्मा दिखने लगी लोगों का कहना है कि यह

आत्मा दरोगा डिसूज़ा की आत्मा है | अंग्रेजों के भारत से जाने के बाद यहां जो भी रहने आया वह आत्मा होने के 

आवास के कारण यहाँ नहीं टिका | अब यह केवल खाली पड़ी भूतिया जगह रह गयी है | 

6. जमाली कमाली मस्जिद | Jamali-kamali Masjid 

जमाली कमाली मस्जिद के बारे में कहा जाता है कि यहाँ जिन्नों का साया है | कहा जाता है की श्याम होने के बाद 

यहाँ जिन्नों की मेहफिल सजती है | यहाँ जाने वाले लोग बताते हैं कि यहाँ उनको किसी के थपड़ मारने का एहसास 

होता है | यह मस्जिद दिल्ली में स्तिथ है | यह ऐतिहासिक जगह अब भूतिया जगह वन चुकी है | 


जमाली कमाली मस्जिद इतिहास:-

जमाली और कमाली दो व्यक्ति थे | कहा जाता है कि जमाल खान सिकंदर लोधी के शाशनकाल में दिल्ली आये थे 

और वहीं बस गए | वैसे तो उन्हें कई नाम से जाना जाता था पर उनकी कविताओं ने उन्हें जमाली नाम से मशहूर 

कर दिया था | जमाली का मकबरा उसकी मौत के बाद खुद हुमायुँ ने बनबाया था | और कमाली के बारे में बताते हैं 

इतिहास में कुछ नहीं लिखा गया कोई कमाली को उसका भाई बताते हैं तो कोई उसकी बीवी कहा जाता है कि 

कमाली के मरने के बाद जमाली ने उसका मकबरा बनबाया था और जमाली के मौत के बाद हुमायुँ ने उनका 

मकबरा कमाली के पास बनबाया था | लोगों का कहना है कि जमाली और कमाली की आत्मा जिन्नों के साथ रहती 

है रात में यहाँ ऐसा प्रतीत होता है कि कोई मीनार के पास थूक रहा हो लोग कहते है यहाँ डरावनी आवाजें आती हैं |

7. शनिवार वाड़ा | Shanivar vada 

पुणे में स्तिथ है शनिवार वाड़ा 1746 ई. में इसका निर्माण बाजीराव ने करा था | 1828 ई. में यहाँ आग लगी कैसे लगी

किसी को भी नहीं पता कहा जाता है कि अमावस कि रात को इस महल से किसी के पुकारने की आवाज सुनाई 

देती है |  कोई बचाओ बचाओ चीला रहा हो कहते हैं कि यह आवाज उस शख्स की है जिसकी हत्या इस महल में 

कर दी गयी थी ऐसी मान्यता है कि बाजीराव की मौत के बाद सत्ता के लालच में 18 साल की उम्र में नारायण राव 

की हत्या कर दी गई कहते है आज भी नारायण राव अपने चाचा को पुकारते हैं ' काका माला बाचवा ' | आइये 

जानते है हत्या की कहानी | 


शनिवार वड़ा कहानी:-

नारायण राव को पेशवा बनाया गया नारायण की कम उम्र की वजह से राघोवा को उनका अंगरक्षक बनाया गया 

शासन चलाने का निर्भार राघोवा पर ही था पर राघोवा और उनकी पत्नी इस बात से खुश नहीं थे वह पूरा शासन 

चाहते थे राघोवा की इस बात की भनक नारायण राव को लग गयी राघोवा ने सुमेर सिंह को पत्र लिखर रघुनाथ राव 

को गिरफ्तार करने का आदेश दिया राघोवा की पत्नी ने पत्र बदलकर उसमें नारायण राव को मारने के हुकम में 

बदल दिया सुमेर सिंह और नारायण राव के ख़राब सम्बन्ध के कारण सुमेर ने नारायण पर हमला कर दिया 

नारायण राव चिल्लाता हुआ महल में भागा पर सुमेर सिंह ने उसकी हत्या कर दी जिसके कारण आज भी उसकी 

आत्मा वहाँ भटकती है | 

8. रामोजी फिल्म सिटी  | Ramoji Film City 

रामोजी फिल्म सिटी जो कि हैदराबाद से 25 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ है | कहा जाता है कि रामोजी फिल्म 

सिटी बहुत ही खूबसूरत जगह है | यहाँ बहुत सारी फिल्मों की शूटिंग की जा चुकी है यहाँ हिंदी , तमिल ,मराठी , 

मलयालम फिल्मों की शूटिंग होती है | कहते है यहाँ 10 लाख से भी ज्यादा पर्याटक घूमने आते हैं | आखिर क्यूँ यह 

भारत की भूतिया जगह में गिना जाता है आइये जानते हैं | 


रामोजी फिल्म स्टोरी:-

यहाँ निजाम सुल्तानों ने इतिहास की कुछ क्रुर लड़ाई लड़ी हैं | कहा जाता है कि यह फिल्म सिटी युद्ध भूमि पर बसा 

हुआ है | यह स्थान सैनिकों का कब्रिस्तान है फिल्मों की शूटिंग के दौरान यहाँ अजीबों गरीब घटनाएँ होती रहती हैं 

लोगों का कहना है कि शूटिंग के दौरान लाइट का छत से गिरजाना बचा हुआ खाना भीकरा हुआ मिलना शूटिंग के 

वक्त ही कोई लाइट मैन को निचे कोई गिरा चूका है | इन्हीं किस्सों के चलते यह भी भारत की प्रसिद्ध डरावनी 

जगहों में गिना जाता है | 


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